
उत्तरकाशी बादल फटने की घटना: तबाही के निशान
उत्तरकाशी बादल फटने की घटना: तबाही के निशान, राहत कार्य जारी
उत्तरकाशी, 6 अगस्त 2025 — उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में सोमवार रात हुई भीषण बादल फटने (Cloudburst) की घटना ने तबाही मचा दी है। भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के चलते कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, सड़कें बह गई हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। घटना मुख्य रूप से मुखबा, नेलोंग और गंगोत्री क्षेत्रों में हुई, जहां जलस्तर अचानक बढ़ गया।
प्रशासन द्वारा अब तक की गई पुष्टि के अनुसार, 3 लोगों की मौत हो चुकी है और 5 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस प्राकृतिक आपदा पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राहत कार्यों में कोई कमी न रहे और प्रभावितों को तुरंत सहायता पहुंचाई जाए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उत्तरकाशी में हुई प्राकृतिक आपदा अत्यंत दुखद है। हम सभी प्रभावित लोगों के साथ हैं और राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है।"
ग्रामीणों के अनुसार, देर रात तेज़ गर्जना और मूसलधार बारिश के बाद अचानक नदी-नालों में उफान आ गया। कई स्थानों पर खेत बह गए, मवेशी लापता हैं और बिजली आपूर्ति बाधित हो चुकी है।
महत्वपूर्ण तथ्य:
यह हादसा रात करीब 11:30 बजे बादल फटने के कारण हुआ।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा आने से यातायात ठप हो गया है।
कई परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुँचाया गया।
हेलिकॉप्टर की सहायता से खोज और बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें।
प्रशासन और राहत एजेंसियां चौकन्नी हैं और लगातार निगरानी की जा रही है। उत्तरकाशी में ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आती रही हैं, जिससे यह इलाका आपदा की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है।
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!